बड़े बुज़ुर्गों का आशीर्वाद क्यों लेना चाहिए?

Deepak Kumar Saini -  Vastu & Geopathy Coach & Expert

दोस्तों आज हम आपको बताएँगे कि बड़े बुज़ुर्गों का आशीर्वाद क्यों लेना चाहिए?

बड़े बुज़ुर्गों का आशीर्वाद

हिंदू धर्म, संस्कृति व संस्कारों में बड़े-बुज़ुर्गों से आशीर्वाद लेना बहुत ही ज़रूरी माना गया है। 

बड़े-बुज़ुर्गों

हिंदू धर्म में बड़े-बुज़ुर्गों को साष्टांग नमस्कार करके आशीर्वाद लेना बहुत ही अच्छा माना जाता है। 

नमस्कार

हिंदू धर्म में साष्टांग नमस्कार का अर्थ है कि शरीर के आठ अंग ज़मीन पर टेक या लेटकर प्रणाम करना चाहिए।

लेटकर प्रणाम

ऐसा कहा जाता है कि भगवान का आशीर्वाद खाली जा सकता है लेकिन किसी के सच्चे मन से निकला आशीर्वाद कभी खाली नहीं जाता है। 

भगवान का आशीर्वाद

आशीर्वाद को आज भी मिथ्या मानते हैं क्योंकि आशीर्वाद कभी भी दिखता नहीं है परंतु यह तथ्य एकदम गलत है। 

आशीर्वाद

आशीर्वाद कोई वस्तु नहीं है जो साक्षात्कार दिखे लेकिन आशीर्वाद वह अनुभूति है जिसे सिर्फ अनुभव ही किया जा सकता है। 

साक्षात्कार

बड़े-बुज़ुर्गों का आशीर्वाद वह ताकत है जो वक़्त आने पर दीवार बनकर हमारी रक्षा करता है। 

रक्षा करना

बड़े-बुज़ुर्गों के आशीर्वाद से हम अपने आत्म-विकास को प्रोत्साहित कर सकते हैं और उनके द्वारा सीखे गए मूल्यों को अपने जीवन में अंकित कर सकते हैं। 

आत्म-विकास

बड़े-बुज़ुर्गों का आशीर्वाद लेना हमारे जीवन को समृद्धि और सफलता की दिशा में मदद कर सकता है।

समृद्धि और सफलता

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