Deepak Kumar Saini - Vastu, Geopathy Coach & Expert
दोस्तों क्या आप जानते हैं कि हरियाली तीज किसे कहा जाता है और क्यों यह त्यौहार भारत में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है?
हरियाली तीज
हरियाली तीज
हरियाली तीज के त्यौहार को भी स्त्रियों का त्योहार माना जाता है जो हर सावन माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है।
स्त्रियों का त्यौहार
स्त्रियों का त्यौहार
अंग्रेजी पंचांग के अनुसार 2024 में हरियाली तीज का व्रत 07 अगस्त बुधवार के दिन भारतीय महिलाओं द्वारा रखा जाएगा।
अंग्रेजी पंचांग
अंग्रेजी पंचांग
लहलाती प्रकृति और प्रेम के रंगों को समेटे हरियाली तीज अखंड सौभाग्य एवं परिवार की कुशलता के लिए किए जाने वाला व्रत है।
अखंड सौभाग्य
अखंड सौभाग्य
हरियाली तीज वाले दिन विवाहित स्त्रियाँ अपने पति के लिए उपवास करती हैं और भगवान शिव जी और माता पार्वती जी की पूजा करती हैं।
विवाहित स्त्रियाँ
विवाहित स्त्रियाँ
ऐसा माना जाता है कि माता पार्वती जी और भगवान शिव जी के पुनर्मिलन की स्मृति में हरियाली तीज का त्यौहार मनाया जाता है।
पुनर्मिलन
पुनर्मिलन
जब माता पार्वती जी ने भगवान शिव जी को पति रूप में पाने के लिए कठोर तप किया तब भगवान शिव जी ने प्रसन्न हो कर सावन माह की शुक्ल पक्ष की तीज के दिन माता पार्वती जी को पत्नी रूप में स्वीकार किया था।
कठोर तप
कठोर तप
हरियाली तीज भारतीय परंपरा में पति-पत्नी के प्रेम को सदैव मजबूत बनाने, आपस में श्रद्धा और विश्वास कायम रखने का पर्व है।
पति-पत्नी प्रेम
पति-पत्नी प्रेम
मान्यताओं के मानें तो हरियाली तीज वाले दिन कुँवारी कन्याएँ भी व्रत रखकर अपने लिए भगवान शिव जी जैसे वर की कामना करती हैं।
कुँवारी कन्या
कुँवारी कन्या
हरियाली तीज वाले दिन ही विवाहित महिलाएँ अपने सुहाग को भगवान शिव जी और माता पार्वती जी से अक्षुण बनाए रखने की कामना करती हैं।