पूजा में रेशम के कपड़े क्यों पहने जाते हैं?

Deepak Kumar Saini - Vastu & Geopathy Coach & Expert

दक्षिणी क्षेत्र

हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि जो भारत के विशेषकर दक्षिणी क्षेत्र में देखने को मिलती है जहाँ पर आज भी लोग पूजा में रेशम के वस्त्र पहनते हैं।

कार्यक्रम या त्यौहार

जब कभी विशेष पूजा जैसे कि कोई कार्यक्रम या त्यौहार का अवसर होता है तब रेशम के वस्त्र को पहनना बहुत ही अच्छा माना जाता है।

पूजा में रेशम के वस्त्र

दोस्तों आज हम आपको बताएँगे कि किसी भी छोटी-बड़ी पूजा में चाहे स्त्री हो या पुरुष सभी को पूजा में रेशम के वस्त्र क्यों पहनने चाहिए?

आकर्षित एवं ग्रहण

विज्ञान के मापदंडों के हिसाब से रेशम में विद्युत् चुंबकीय शक्ति आकर्षित एवं ग्रहण करने की क्षमता होती है।

लगातार घर्षण

जब हम रेशम के वस्त्र पहनते हैं तब हमारे शरीर का लगातार घर्षण रेशम के वस्त्र के साथ होता है जिससे विद्युत् चुंबकीय शक्ति का निर्माण होता है।

विद्युत चुम्कीय शक्ति

पूजा के समय जब विद्युत चुम्कीय शक्ति का निर्माण होता है तो हमारा शरीर विद्युत चुम्कीय शक्ति के साथ अंत:शोषण करता है।

मानसिक शांति

मान्यताओं के अनुसार विद्युत चुम्कीय शक्ति उत्पन्न होने से हमें मानसिक शांति की अनुभूति होती है।

एकाग्रता

रेशम का वस्त्र अपने भीतर की ऊर्जा को हमारे शरीर से बाहर जाने से रोकता है जिससे पूजा में हमारी एकाग्रता बढ़ती है।

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