सवेरे सूर्य पूजा करना क्यों ज़रूरी है?

Deepak Kumar Saini - B.E. (Civil) - Vastu & Geopathy Expert

पुराने ज़माने से हमारी संस्कृति रही है कि हमारे पूर्वज सवेरे नहाने के बाद सूर्य को अर्घ देते थे और सूर्य को जल चढ़ाकर मंत्रोच्चार के साथ सूर्य की आराधना करते थे।

आज के इस भाग-दौड़ भरे युग में हमारी नई पीढ़ियों ने इस बात को कर्मकांड माना है और इस बात का ज्यादातर उपहास किया है।

सवेरे के समय 5 बजे से लेकर 8 बजे तक के बीच केवल 5 से 10 मिनट सूर्यप्रकाश का सेवन करें तो इसके बहुत फायदे होते हैं।

जैसा कि आप जानते हैं हमें सूर्य प्रकाश से विटामिन-डी प्राप्त होता है जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी होता है।

हमारे शरीर में पूर्ववर्ती अणु होता है जिससे विटामिन-डी बनता है जो हमारी त्वचा में होता है जिसे सुबह का सूर्य प्रकाश सक्रिय बनाता है।

पुराने ज़माने में विटामिन-डी की कमी कभी होती ही नहीं थी लेकिन आजकल की आदतों की वजह से यह एक रोग की तरह फैल चूका है।

रोज़ाना सुबह के सूर्य के प्रकाश का कुछ मिनटों के सेवन मात्र से ही जोड़ों और हड्डियों के दर्द में बुढ़ापे में राहत मिलती है।

सुबह-सुबह के सूर्य की पूजा करना या सूर्य प्रकाश का सेवन करना आजकल की रोज़मर्रा ज़िंदगी में बहुत ज़रूरी है।

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