दक्षिण दिशा में पैर करके क्यों न सोएँ?

Deepak Kumar Saini B.E. (Civil) Vastu & Geopathy Expert

हमारे शरीर के खून में हीमोग्लोबिन में लौह है जो पृथ्वी के उत्तर व दक्षिण ध्रुव चुंबक से हमारे शरीर के लौह पर परिणाम डालता है।

अगर हम पैर दक्षिण की ओर करके सोएँ तो हमारे शरीर का दक्षिण ध्रुव व पृथ्वी का दक्षिण ध्रुव एक ही दिशा में आएगा जिससे हमारे शरीर पर विपरीत परिणाम होता है।

अगर हम अपना सिर दक्षिण दिशा की ओर करके सोते हैं तब सवेरे उठने पर अच्छी नींद का अनुभव करते हैं।

अगर हम अपना सिर किसी ओर दिशा की तरफ करके सोते हैं तो हमें अपने शरीर में अप्रिय संवेदना का एहसास होता है।

गलत दिशा में सिर करके सोने से हमें सिरदर्द, अल्जाइमर व पार्किंसन रोग, संज्ञानात्मक गिरावट तथा तांत्रिका संबंधित रोगों का सामना करना पड़ता है।

पूर्व दिशा की ओर सिर करके सोने से हमारे शरीर के सिर में ठंडक और पैरों में गर्माहट आती है।

पश्चिम दिशा की ओर सिर करके सोने से दिमाग में गर्माहट और पैरों में ठंडक रहती है।

उत्तर दिशा की ओर सिर करके सोने से तो सवेरे उठने पर सिर में भारीपन तथा निद्रानाश का सामना करना पड़ता है।

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