जीवन में प्राणायाम क्यों ज़रूरी है?

वर्तमान में प्राणायाम बहुत कम हो गया है क्योंकि हमारे कर्मकांडों ने इसे अंतर्भूत कर दिया है लेकिन इसका आज भी बहुत अधिक महत्व है।

जिस तरह प्राण हमारे जीवन का आधार है उसी प्रकार प्राणायाम हमारे शरीर और मन का संतुलन बनाए रखने में अत्यंत उपयोगी होता है।

बिना प्राणायाम किए कोई भी कभी भी अपने जीवन में अपना आध्यात्मिक विकास नहीं कर सकता है।

प्राणायाम से हमारे पूर्ण शरीर का सर्वांगीण विकास होता है जो प्राणायाम करने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ है।

शरीर के लिए 3 घटक अधिक आवश्यक हैं - अन्न, जल तथा हवा और अन्न व जल के बिना कुछ ही दिन रहा जा सकता है लेकिन हवा के बिना एक क्षण भी नहीं।

जिस हवा को हम अपनी नाक द्वारा अंदर व बाहर लेते हैं उसी पर हमारे शरीर की सम्पूर्ण श्वास प्रणाली आधारित होती है।

शरीर में श्वास का संतुलन होने से मनुष्य के शरीर में रोग होने की संभावना बहुत कम हो जाती है।

रोज़ाना प्राणायाम करने से हमारा शरीर हमेशा स्वस्थ रहता है इसलिए हमारे जीवन में प्राणायाम अत्यंत ज़रूरी है।

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