नवरात्रि में खेत्री क्यों लगाते हैं?

Deepak Kumar Saini - B.E. (Civil) - Vastu & Geopathy Expert

नवरात्रि में ज्वार बोना यानि खेत्री बीजने का प्रचलन है जिसे मिट्टी के बर्तन में बीजा जाता है।

हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार जौं संसार का पहला अनाज है जिसे नवरात्रि में अपने घर में बीजने से अनेक फायदे होते हैं।

खेत्री को मिट्टी के प्याले में बोया जाता है परंतु उससे पहले मिट्टी के बर्तन को गंगा जल से धोया जाता है फिर उसपर स्वस्तिक बनाया जाता है।

मिट्टी के बर्तन को गंगा जल से धोने और स्वस्तिक बनाने के बाद साफ़ मिट्टी या गाय के गोबर से भरकर जौं के दाने लगाए जाते हैं।

नवरात्रि में खेत्री अगर बहुत अच्छी हो जाए तो उसे हमारे परिसर में सकारात्मक ऊर्जा है इस बात का पता चल पाता है।

वही अगर नवरात्रि में खेत्री बहुत अच्छी न हो पाई हो तो हमारे परिसर में नकारात्मक ऊर्जा है इस बात की भी पुष्टि होती है।

नवरात्रि में खेत्री को लगाने से सुख-समृद्धि और धन-धान्य में वृद्धि होती है।

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