पीपल के पेड़ की पूजा क्यों की जाती है?

Deepak Kumar Saini B.E. (Civil) Vastu & Geopathy Expert

भारत में कुछ पेड़ों को पूजनीय माना जाता है जिसमें पीपल का पेड़ भी शामिल है।

सभी पेड़ दिन में कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं तथा रात में उल्टा करते हैं इसलिए ही रात्रि में पेड़ के नीचे नहीं सोना चाहिए।

सभी पेड़ वातावरण का संतुलन रखने में अपने प्रकार से प्रकृति की मदद करते हैं।

पीपल ही एकमात्र ऐसा पेड़ है जो चौबीस घंटे, दिन और रात केवल ऑक्सीजन छोड़ता है और पर्यावरण को शुद्ध बनाता है।

भगवान बुद्ध ने भी अपनी तपस्या पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर की थी और उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। 

पीपल के पेड़ के पत्तों को कान के रोग तथा हृदय रोगी के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है।

कई साधु-संतों ने अपने शास्त्र सिर्फ पीपल के पेड़ के नीचे ही बैठकर लिखे थे।

पीपल के पेड़ पर्यावरणीय संतुलन रखने में सहायक है इसलिए हमारे पुरखों ने बड़ी समझदारी के साथ पीपल के पेड़ों को न काटने की चेतावनी देकर उनकी रक्षा करने का संदेश दिया।

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