मंदिरों में नारियल की भेंट क्यों की जाती है?

Deepak Kumar Saini - B.E. Civil - Vastu & Geopathy Expert 

पूरे भारत में सबसे ज्यादा भेंट या चढ़ावा यदि किसी चीज़ का दिया जाता है तो वह नारियल है।

शादी-विवाह, पूजा, शुभ कार्य, वास्तु-पूजन, यज्ञ या शांति में नारियल पूजा का महत्व अपनी संस्कृति में माना गया है।

भगवान के मंदिर में भी नारियल को फोड़ा जाता है तथा बाद में प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है।

नारियल की तीन आँखों को भगवान शिव का रूप मानकर हर इच्छा को पूरी करने वाला माना जाता है।

पहले के ज़माने में जानवरों की बलि दी जाती थी किंतु बीच का समय कुछ ऐसा आया की ऐसा करना बंद हो गया इसलिए ही नारियल का उपयोग शुरू हुआ।

नारियल का पानी स्वादिष्ट होने के अलावा औषधीय गुणों से युक्त होता है।

नारियल की बाहरी हिस्सा अपने भीतर के अहंकार और अंदर का हिस्सा हमारे मन का प्रतिक है।

नारियल को तोड़कर अर्थात अपने मन को भगवान की शरण में अर्पण करने की भावना मानी जाती है इसलिए नारियल की भेंट दी जाती है।

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