Deepak Kumar Saini - Vastu, Geopathy Coach & Expert
दोस्तों आज हम आपको बताएँगे कि भगवान शिव जी की पूजा में भांग को क्यों अर्पित किया जाता है?
पूजा में भांग
पूजा में भांग
कलयुग में लोग ऐसा मानते हैं कि शिवलिंग पर भांग या किसी भी प्रकार का मादक पदार्थ अर्पित करने से भगवान शिव जी प्रसन्न होते हैं परंतु ऐसा नहीं है।
कलयुग के लोग
कलयुग के लोग
दरअसल, पौराणिक काल में भगवान शिव जी के शिवलिंग पर भांग या कोई मादक पदार्थ अर्पण करना का उद्देश्य बड़ा ही साधुत्व था।
साधुत्व उद्देश्य
साधुत्व उद्देश्य
पहले के ज़माने में जितने भी हमारे ऋषि-मुनि हुआ करते थे उनका मानना यह था कि भगवान शिव जी को भांग ज़रूर अर्पित करना चाहिए।
भांग अर्पण
भांग अर्पण
भगवान शिव जी पर भांग अर्पित करने का अर्थ है कि जो भी व्यक्ति किसी भी प्रकार का नशा छोड़ना चाहता है वो शिवलिंग पर भांग अर्पित ज़रूर करे।
नशा छोड़ना
नशा छोड़ना
कई लोग आज भी यह मानते हैं कि भगवान शिव जी को भांग अर्पित करने का मतलब है कि भगवान शिव जी खुद ही नशा करते हैं परंतु ऐसा कदापि नहीं है।
गलत विचारधारा
गलत विचारधारा
जो भी यह सोचता है कि भगवान शिव जी नशा करते हैं और फिर अपनी वासनाओं की पूर्ति करने के लिए शिव जी के नाम पर नशा करते हैं उन्हें पक्का नरक की प्राप्ति होती है।
वासनाओं की पूर्ति
वासनाओं की पूर्ति
मान्यताओं की माने तो भगवान शिव जी को भांग अर्पित करने का अर्थ है कि जो भी व्यक्ति अपना नशा छोड़ना चाहता है वह अपनी मनोकामना भगवान शिव को अर्पण कर देता है।
भांग अर्पित करने का अर्थ
भांग अर्पित करने का अर्थ
कई बार ऐसा देखने को भी मिला है कि जिस व्यक्ति ने भगवान शिव पर भांग अर्पित नियमित रूप से तथा सच्चे मन से की है उस व्यक्ति ने अपने जीवन में नशे से मुक्ति अवश्य पाई है।