शरद नवरात्रि में लहसुन-प्याज़ क्यों न खाएँ?
Deepak Kumar Saini - Vastu & Geopathy Coach & Expert
लहसुन-प्याज़
दोस्तों आज हम आपको बताएँगे कि शरद नवरात्रि में लहसुन-प्याज़ क्यों नहीं खाना चाहिए?
पूजा-अर्चना
शरद नवरात्रि में भक्त नौ दिन तक व्रत और उपवास रखकर शक्ति की प्रतीक माता की पूजा अर्चना करते हैं।
सात्विक भोजन
शरद नवरात्रि के दौरान सात्विक भोजन करने की परंपरा के कारण भक्त लहसुन-प्याज़ नहीं खाते हैं।
राहु और केतु का प्रतीक
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार लहसुन और प्याज़ को राहु और केतु का प्रतीक माना जाता है।
तामसिक भोजन
लहसुन-प्याज़ को तामसिक भोजन माना जाता है और इससे मानव शरीर में तामसिक इच्छाएँ जन्म लेती हैं।
सकारात्मकता का नाश
शरद नवरात्रि में ही नहीं हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में भी हमें लहसुन-प्याज़ का सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे हमारी सकारात्मकता का नाश होता है।
वातावरण को शुद्ध रखना
शरद नवरात्रि के दौरान वातावरण को शुद्ध और सात्विक रखने के लिए प्याज़ और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
शरीर में गर्मी
आयुर्वेद के अनुसार प्याज़ और लहसुन का सेवन करने से हमारे शरीर में गर्मी बढ़ती है।
लहसुन-प्याज़ का सेवन
शरद नवरात्री में सकारात्मकता आस-पास के वातावरण में बहुत होती है इसलिए ही नवरात्रि के दौरान लहसुन-प्याज़ का सेवन करना वर्जित होता है।
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