भारतीय शौचालय सबसे सर्वश्रेष्ठ क्यों हैं?

Deepak Kumar Saini - B.E. (Civil) - Vastu & Geopathy Expert

जबसे मनुष्य पृथ्वी पर आया है तबसे शौच के लिए 'उकड़ूँ बैठना' सर्वोत्कृष्ट नैसर्गिक मुद्रा मानी गई है।

माता के गर्भ से ही बालक को उकड़ूँ बैठने की मुद्रा नैसर्गिक तौर पर मिलती है।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण के अनुसार पिछले कुछ दशकों में कई रोगों में बढ़ोतरी हुई है जैसे कि बवासीर, Appendicitis, कब्ज तथा संवेदनशील आँत लक्षण।

वैज्ञानिकों के अनुसार पेट और पाचन से संबंधित बीमारियों का मुख्य कारण आजकल का खान पान है।

डॉक्टरों के मुताबिक भी पाया गया कि पाचन से संबंधित बीमारियों का एक कारण पश्चिमी देशों के शौचालय भी हैं जो आजकल हरेक घर में मिलते हैं।

जो लोग पश्चिमी देशों के शौचालय अपने घरों में इस्तेमाल करते हैं उनमें ज्यादातर पेट और पाचन से संबंधित बीमारियाँ होती हैं।

अधिक शोध में यह पाया गया है कि पश्चिमी शौचालय में बैठना ही मानवी शरीर की रचना के विरुद्ध है।

आज के दौर में दुनिया भर के देशों ने यह माना है कि भारतीय शौचालय और उकड़ूँ बैठने की मुद्रा सबसे ज्यादा अच्छी है।

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