करवा चौथ का व्रत क्यों रखा जाता है?

Deepak Kumar Saini - B.E. (Civil) - Vastu & Geopathy Expert

हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन अर्थात 1 नवंबर 2023 बुधवार के दिन करवा चौथ का पर्व मनाया जाएगा।

करवा चौथ हिंदुओं का एक प्रमुख त्यौहार है जिसे लगभग भारत में हर स्त्री किसी भी आयु, जाति, वर्ण और संप्रदाय की हो अपने पति के लिए व्रत रखती है।

करवा चौथ का व्रत सवेरे सूर्योदय से पहले लगभग 4 बजे से आरंभ हो कर रात में चंद्रमा दर्शन के उपरांत सम्पूर्ण होता है।

ग्रामीण स्त्रियों से लेकर आधुनिक महिलाओं तक सभी नारियाँ करवाचौथ का व्रत बड़ी श्रद्धा एवं उत्साह के साथ रखती हैं।

करवा चौथ का व्रत बहुत ही सावधानी पूर्वक व निर्जला हो कर ही करना बहुत उचित माना जाता है।

करवा चौथ के दिन सुहागन महिलाएँ करवा चौथ की कथा पढ़ती व सुनती हैं जो इस व्रत का बहुत ज़रूरी भाग होता है।

सुहागन स्त्रियाँ अपने पति की दीर्घायु, आरोग्यता व अखंड सौभाग्य के लिए ही करवा चौथ का व्रत रखती हैं।

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