अजा एकादशी के दिन क्या करें?

Deepak Kumar Saini -  Vastu & Geopathy Coach & Expert

हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद महीने की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को ही अजा एकादशी के नाम से जाना जाता है।

हिंदू पंचांग

अंग्रेजी पंचांग के मुताबिक अजा एकादशी का उपवास 2024 में 29 अगस्त बृहस्पति के दिन रखा जाएगा।

अंग्रेजी पंचांग

अजा एकादशी के दिन अजा एकादशी के व्रत की कथा सुनने और पढ़ने से अश्वमेघ यज्ञ के सामान फलों की प्राप्ति होती है।

अश्वमेघ यज्ञ

हिंदू मान्यताओं के तहत अजा एकादशी का व्रत करने वाले व्रती के समस्त पापों का नाश हो जाता है।

पापों का नाश

ऐसा माना जाता है कि जो भी व्रती अजा एकादशी के दिन रात्रि में जागरण करता है उसके स्वर्ग लोक जाने के योग बनते हैं।

स्वर्ग लोक

हिंदू कथाओं के हिसाब से अजा एकादशी के दिन व्रती को भगवान ऋषिकेश की पूजा ज़रूर करनी चाहिए। 

भगवान ऋषिकेश

ऐसा भी कहा जाता है कि अजा एकादशी के दिन व्रत रखने वालों और न रखने वालों को चावलों का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए।

चावल निषेध

वैदिक मान्यताओं के आधार पर अजा एकादशी के दिन तुलसी के पौधे के पत्तों को न ही छूना और तोड़ना चाहिए तथा न ही पानी देना चाहिए।

तुलसी का पौधा

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