श्राद्ध के दिनों में क्या काम करें?

Deepak Kumar Saini -  Vastu & Geopathy Coach & Expert

दोस्तों आज हम आपको बताएँगे कि श्राद्ध के दिनों में क्या-क्या काम कर सकते हैं जिनकी आज्ञा हमें हमारे शास्त्रों में मिलती है।

श्राद्ध के दिन

अंग्रेजी पंचांग के मुताबिक श्राद्ध 2024 में 18 सिंतबर बुधवार के दिन से शुरू हो कर 02 अक्टूबर बुधवार के दिन समाप्त होंगे।

अंग्रेजी पंचांग

हिंदू पंचांग के अनुसार श्राद्ध आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की प्रथम तिथि से शुरू हो कर आश्विन माह की अमावस्या के दिन समाप्त होंगे।

हिंदू पंचांग

पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक श्राद्ध में पित्तरों के नाम से गाय, कौआ और कुत्ते को भोजन ज़रूर कराना चाहिए।

भोजन कराना

श्राद्ध में श्रद्धापूर्वक अपने पित्तरों और पूर्वजों को स्मरण करते हुए हैं उनके नाम का पिंडदान ज़रूर करना चाहिए। 

पिंडदान करना

श्राद्ध में अगर संभव हो तो अपनी क्षमता अनुसार ब्राह्मणों को भोजन कराना और दान देना बहुत ही अच्छा माना जाता है।

ब्राह्मणों को भोजन

पितृ पक्ष में किसी भी तरह के मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए जैसे शादी, मुंडन, सगाई और गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए।

मांगलिक कार्य

पौराणिक कथाओं के अनुसार पितृ पक्ष में किसी भी प्रकार की नई चीज़ों की ख़रीददारी करने से भी बचना चाहिए।

नई चीज़ें

वास्तु के नियमों के तहत घर की पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा में पित्तरों की तस्वीरों को लगाया जा सकता है।

पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा

मान्यताओं के हिसाब से श्राद्ध के दिनों में घर में पित्तरों के सामने सुबह और शाम दीया ज़रूर जलाना चाहिए।

दीया जलाना

भगवान की टूटी मूर्तियाँ या तस्वीरें क्यों न रखें?