श्राद्ध में क्या काम नहीं करने चाहिए?
Deepak Kumar Saini - Vastu & Geopathy Coach & Expert
दोस्तों आज हम आपको बताएँगे कि श्राद्ध में क्या काम नहीं करने चाहिए तथा किन कामों को करने से बचना चाहिए?
श्राद्ध में न करें
श्राद्ध में न करें
श्राद्ध में तामसिक भोजन जैसे मांस, मदिरा और लहसुन-प्याज का सेवन करने से पित्तरों की आत्मा को शांति नहीं मिलती है।
आत्मा को शांति
आत्मा को शांति
लोक कथाओं के अनुसार श्राद्ध के समय विवाद, झगड़े या क्रोध करने से श्राद्ध कर्म का फल नहीं मिल पाता है।
श्राद्ध कर्म
श्राद्ध कर्म
श्राद्ध से पहले शरीर, घर और पूजा स्थान की साफ-सफाई करना बहुत ज़रूरी है तथा गंदगी और अव्यवस्था से पित्तरों का तर्पण असफल हो सकता है।
साफ-सफाई
साफ-सफाई
श्राद्ध में शुभ फलों की प्राप्ति के लिए पित्तरों की पूजा सही तिथि और मुहूर्त पर ही की जानी चाहिए।
शुभ फलों की प्राप्ति
शुभ फलों की प्राप्ति
श्राद्ध में ब्राह्मणों को आमंत्रित करना और उन्हें भोजन कराना आवश्यक होता है उनका अनादर और सही तरीके से सेवा न करना अशुभ माना जाता है।
ब्राह्मणों को आमंत्रित
ब्राह्मणों को आमंत्रित
श्राद्ध में दान या अनुष्ठान दिखावे या लालच में नहीं करने चाहिए तथा श्रद्धा और समर्पण की साथ दान या अनुष्ठान करना चाहिए।
अनुष्ठान और लालच
अनुष्ठान और लालच
श्राद्ध में नकारात्मक सोच या असंवेदनशीलता से श्राद्ध कर्म का उद्देश्य अधूरा रह जाता है।इसलिए शुद्धता बनाएँ रखें।
नकारात्मक सोच
नकारात्मक सोच
श्राद्ध एक धार्मिक और पवित्र कर्म है जिसे सही विधि और शुद्धता से करना चाहिए इन गलतियों से बचकर ही आप अपने पूर्वजों को संतुष्ट कर सकते हैं।
विधि और शुद्धता
विधि और शुद्धता
श्राद्ध के दिनों में क्या काम करें?
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