श्राद्ध में क्या काम करने चाहिए?

Deepak Kumar Saini - B.E. Civil - Vastu & Geopathy Expert 

श्राद्ध हिंदू धर्म में किया जाने वाला एक कर्म है जो पित्तरों के प्रति श्रद्धा तथा उन्हें याद करने के लिए साल में एक बार ज़रूर किया जाता है।

ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार 2023 में श्राद्ध 29 सितंबर से लेकर 14 अक्टूबर तक हैं।

हिंदू पंचांग के मुताबिक श्राद्ध भाद्रपद माह की पूर्णिमा से लेकर आश्विन माह की अमावस्या तक हैं।

श्राद्ध में पित्तरों के लिए पकवान बनाए जाते हैं तथा श्रद्धा पूर्वक पित्तरों का नाम लिया जाता है।

श्राद्ध के दिनों में कभी भी माँसाहारी भोजन व किसी भी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए।

श्राद्ध में अगर क्षमता हो अपने पित्तरों के लिए बनाए गए पकवान को किसी भी पंडित को बुला कर भोजन कराना अति फलदाई होता है।

परंपराओं के अनुसार श्राद्ध के दिनों में कभी भी नाख़ून व बाल नहीं कटवाने चाहिए।

अगर श्राद्ध में पंडित को बुलाना संभव न हो तो गाय या कौए को भोजन खिलाया जाता है।

मान्यताओं के अनुसार श्राद्ध में कभी भी कोई भी नया समान नहीं खरीदना चाहिए।

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