Depak Kumar Saini B.E. (Civil) Vastu & Geopathy Expert
2023 में श्रावण के महीने की शुरुआत 4 जुलाई से हो चुकी है जो कि भगवान शिव जी को समर्पित होता है।
श्रावण 2023
शिवलिंग भगवान शिव का ही एक स्वरूप माना जाता है तथा श्रावण मास में शिव पूजा के दौरान शिवलिंग का जलाभिषेक करने का खास महत्व होता है।
शिवलिंग
आज हम आपको बताएँगे कि शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए किन नियमों का पालन करना चाहिए।
जलाभिषेक के नियम
पूर्व दिशा की ओर मुख करके भगवान शिव के शिवलिंग पर कभी भी जल अर्पित नहीं करना चाहिए।
पूर्व दिशा
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार पूर्व दिशा में भगवान शिव के निवास का मुख्य द्वार है और इस दिशा की ओर खड़े होकर शिवलिंग पर जल देने से शिव जी के द्वार पर अवरोध पैदा होता है
शिव जी का द्वार
धर्म शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय दक्षिण दिशा की ओर मुख करके जल अर्पित करना चाहिए।
दक्षिण दिशा
ध्यान रखें कि शिवलिंग की परिक्रमा करते वक़्त अर्पित किए गए जल को कभी भी लाँघना नहीं चाहिए।
परिक्रमा
शिवलिंग पर हमेशा धीरे-धीरे और छोटी-छोटी धारा से जल अर्पित करना चाहिए परंतु तेज़ धारा से कभी भी जल अर्पित नहीं करना चाहिए।