शिव तांडव स्तोत्रम को पढ़ने से क्या होता है?

Deepak Kumar Saini -  Vastu, Geopathy Coach & Expert

दोस्तों आज हम आपको बताएँगे कि रावण द्वारा रचित शिव तांडव स्तोत्रम को आज के युग में पढ़ने से क्या-क्या लाभ मिलते हैं?

रावण द्वारा रचित

ऐसा माना जाता है कि जो कोई भी भगवान शिव जी को समर्पित शिव तांडव स्तोत्रम पढ़ता है उससे भगवान शिव जी प्रसन्न रहते हैं।

शिव जी प्रसन्न

ऐसा कहा जाता है कि आज के समय में जातक को अपनी मनोकामनाएँ अगर पूर्ण करनी हो तो शिव तांडव स्तोत्रम को ज़रूर पढ़ना चाहिए।

मनोकामनाएँ पूर्ण

हिंदू मान्यताओं के अनुसार शिव तांडव स्तोत्रम का पाठ करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।

पितृ दोष से मुक्ति

मान्यताओं के मुताबिक शिव तांडव स्तोत्रम का नियमित रूप से पाठ करने से नृत्य, चित्रकला, लेखन, योग, ध्यान और समाधि जैसी सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं।

नियमित रूप से पाठ

ऐसा भी माना जाता है कि शिव तांडव स्तोत्रम को पढ़ने वाले व्यक्ति को सफलता, शक्ति, सौंदर्य और मानसिक शांति प्राप्त होती है।

मानसिक शांति

ग्रंथों के हिसाब से अगर कोई पति-पत्नी शिव तांडव स्तोत्रम का पाठ करते हैं तो उनके दांपत्य जीवन में खुशियाँ हमेशा बनी रहती हैं।

दांपत्य जीवन

कथाओं के तहत शिव तांडव स्तोत्रम को रोज़ गायन करने से आत्मबल बढ़ता है तथा वाणी भी शुद्ध होती है।

आत्मबल तथा वाणी

लोक कथाओं के आधार पर शिव तांडव स्तोत्रम का रोज़ाना पाठ करने से व्यक्ति को धन की प्राप्ति होती है

धन की प्राप्ति

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