गर्भवती महिलाएँ ज़रूर अपनाए ये वास्तु टिप्स

Deepak Kumar Saini -  Vastu & Geopathy Coach & Expert

दोस्तों आज हम आपको बताएँगे कि अगर आपके घर या परिवार में कोई भी महिला गर्भवती हैं तो उनके लिए सही वास्तु टिप्स और उपाय क्या हैं?

गर्भवती महिला

वास्तु शास्त्र के अनुसार गर्भवती महिला को घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा के शयनकक्ष का इस्तेमाल करना चाहिए।

दक्षिण-पश्चिम दिशा

वास्तु शास्त्र के मुतबिक गर्भवती महिला को अपना सिर दक्षिण दिशा की तरफ करके सोना चाहिए।

दक्षिण दिशा

वास्तु शास्त्र के तहत घर की पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा के शयनकक्ष का इस्तेमाल गर्भवती महिला को नहीं करना चाहिए।

पश्चिम-उत्तर-पश्चिम

ऐसा माना जाता है कि गर्भवती महिला के शयनकक्ष में लड्डू-गोपाल के अलावा किसी और भगवान की मूर्ति या तस्वीर नहीं रखनी चाहिए।

लड्डू-गोपाल

वास्तु शास्त्र के हिसाब से गर्भवती महिला के दक्षिण-पश्चिम दिशा के शयनकक्ष की दीवारों का रंग सफ़ेद या हल्का पीला ही रखना चाहिए।

दीवारों का रंग

माना जाता है कि गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान चुगली, हिंसा, जलन, निंदा तथा गाली देने जैसे विशुद्ध काम नहीं करने चाहिए।

विशुद्ध काम

हिंदू शास्त्रों के आधार पर गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान प्रतिदिन भगवान की पूजा, पाठ, भजन, कीर्तन तथा सत्संग सुन्ना चाहिए।

गर्भावस्था के दौरान

वास्तु विज्ञान के मुताबिक गर्भवती महिला के शयनकक्ष में कभी भी कैक्टस और कोई भी काँटे वाला पौधा नहीं रखना चाहिए।

पौधे

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