प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि क्या है?

हर माह में कृष्ण पक्ष की त्रियोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत और चतुर्दशी तिथि पर मासिक शिवरात्रि पड़ती है।

लेकिन 2023 में प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि एक ही दिन यानी 17 मई को पड़ रही है।

इसलिए आज के दिन आप कोई भी अपना शुभ कार्य आराम से कर सकते हैं।

प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव की विशेष आराधना की जाती है।

भगवान शिव के साथ साथ भगवान गणेश और माता पार्वती जी की भी पूजा की जाती है।

हिन्दू धर्म में प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि का बहुत अधिक महत्व होता है।

प्रदोष व्रत उदयतिथि के नियमानुसार रखा जाता है और शिवरात्रि में रात्रि पूजा का महत्व होता है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत का संयोग बेहद शुभ और खास होता है।

क्या ज्येष्ठ का महीना निर्माण करने के लिए शुभ होता है?