सावन के महीने में कैसे चढ़ाएँ शिवलिंग पर जल?

दोस्तों आज हम आपको बताएँगे कि शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए किन नियमों का पालन करना चाहिए?

जलाभिषेक करना

2024 में सावन के महीने की शुरुआत 22 जुलाई से हो चुकी है जो कि भगवान शिव जी को समर्पित है।

सावन 2024

शिवलिंग भगवान शिव जी का ही एक स्वरुप माना जाता है तथा सावन माह में शिव पूजा के दौरान शिवलिंग का जलाभिषेक करने का खास महत्व है।

शिवलिंग

दक्षिण दिशा की ओर मुख करके भगवान शिव कि शिवलिंग पर कभी भी जल अर्पित नहीं करना चाहिए।

दक्षिण दिशा

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार दक्षिण दिशा में भगवान शिव जी के निवास का मुख द्वार माना जाता है ताकि भगवान शिव जी के द्वार पर कोई अवरोध पैदा न हो। 

शिव जी का द्वार 

धर्म शास्त्र के अनुसार शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय पूर्व दिशा की ओर मुख करके जल अर्पित करना चाहिए।

पूर्व दिशा

ध्यान रखें कि शिवलिंग की परिक्रमा करते वक़्त अर्पित किए गए जल को कभी भी लाँघना नहीं चाहिए।

परिक्रमा

शिवलिंग पर हमेशा धीरे-धीरे ओर छोटी-छोटी धारा में जल अर्पित करना चाहिए तथा  तेज़ धारा में कभी भी जल अर्पित नहीं करना चाहिए।

जल धारा

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