Depak Kumar Saini B.E. (Civil) Vastu & Geopathy Expert
अगर घर वास्तु के अनुसार न हो तो जीवन में कई तरह की परेशानियाँ और दिक्कतें आती हैं।
वास्तु शास्त्र
घर के शयनकक्ष में अगर वास्तु दोष हो तो आपकी नींद और सेहत पर काफी असर पड़ता है इसलिए हमेशा शयनकक्ष से जुड़े वास्तु के नियमों का विशेष ध्यान रखना बहुत ज़रूरी होती है।
शयनकक्ष
आज हम आपको वास्तु शास्त्र के अनुसार जुड़ी कुछ ऐसी वास्तु टिप्स के बारे में बताएँगे जिन्हें अगर आप फॉलो करते हैं तो आपको ज़रूर फायदा होगा।
शयनकक्ष के वास्तु नियम
वास्तु के मुताबिक घर के शयनकक्ष में पलंग की सबसे अच्छी दिशा दक्षिण-पश्चिम दिशा होती है।
पलंग की दिशा
वास्तु के नियमों के अनुसार घर के शयनकक्ष की उत्तर-पूर्व दिशा यानि कि ईशान कोण को हमेशा खाली ही रखना शुभ होता है।
खाली जगह
अगर शयनकक्ष की छत्त में बीम है तो उसके नीचे कभी भी पलंग न लगाएँ तथा पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में भी पलंग न लगाएँ।
यहाँ न लगाएँ पलंग
अगर शयनकक्ष दक्षिण-पश्चिम दिशा में है तो दीवारों का रंग क्रीम, हल्का पीला, सुनहरा या मिट्टी के रंगों का करना सही होता है।
शयनकक्ष का रंग
शयनकक्ष के पलंग के सिरहाने के पास पानी और नीचे कभी भी जूते-चप्पल और झाड़ू न रखें।
पलंग का सिरहाना
AC को कभी भी शयनकक्ष के पलंग के सिरहाने पर न लगाएँ ऐसा होना आपकी सेहत पर असर डाल सकता है।