Deepak Kumar Saini B.E. (Civil) Vastu & Geopathy Expert
हरियाली तीज भी स्त्रियों का त्योहार है जो श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है।
लहलाती प्रकृति और प्रेम के रंगों को समेटे हरियाली तीज अखंड सौभाग्य एवं परिवार की कुशलता के लिए किया जाने वाला व्रत है।
हरियाली तीज वाले दिन विवाहित स्त्रियाँ अपने पति के लिए उपवास करती हैं और भगवान शिव-पार्वती जी की पूजा करती हैं।
माँ पार्वती के भगवान शिव से पुनर्मिलन की स्मृति में हरियाली तीज का त्योहार मनाया जाता है।
शास्त्रों के अनुसार माँ पार्वती ने भगवान शिव जी को पति रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था जिससे प्रसन्न होकर शिव ने श्रावण शुक्ल तीज के दिन माँ पार्वती को पत्नी रूप में स्वीकार किया था।
हरियाली तीज भारतीय परंपरा में पति-पत्नी के प्रेम को सदैव मजबूत बनाने, आपस में श्रद्धा और विश्वास कायम रखने का पर्व है।
हरियाली तीज वाले दिन कुँवारी कन्याएँ व्रत रखकर अपने लिए भगवान शिव जी जैसे वर की कामना करती हैं।
हरियाली तीज वाले दिन ही विवाहित महिलाएँ अपने सुहाग को भगवान शिव तथा माता पार्वती से अक्षुण बनाए रखने की कामना करती हैं।