घर के मंदिर में भगवान का मुख किस दिशा में रखें?

Deepak Kumar Saini B.E. (Civil) Vastu & Geopathy Expert

पूजा करते समय भक्ति भावना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है।

वास्तु के अनुसार भी कुछ ऐसे नियम हैं जिनका पालन करने से घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मकता आती है।

वास्तु शास्त्र के नियम

वास्तु के माने तो जिस प्रकार घर में मंदिर के लिए एक निश्चित दिशा और स्थान का होना ज़रूरी है उसी प्रकार मंदिर के भीतर रखी मूर्तियों और तस्वीरों की भी एक सही दिशा होनी चाहिए।

मंदिर और मूर्तियों का स्थान

ऐसी मान्यता है कि यदि मंदिर में मूर्तियाँ विशेष नियमों के अनुसार ही रखी होती है तो घर में हमेशा खुशहाली बनी रहती है।

घर के मंदिर में मूर्तियाँ

पूजा करते समय आपका मुख पूर्व, उत्तर और उत्तर-पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए अथवा पश्चिम और दक्षिण की तरफ मुख करके कभी भी पूजा नहीं करनी चाहिए।

पूजा के समय मुख की दिशा

घर के मंदिर में भगवान की मूर्तियों और तस्वीरों का मुख दक्षिण-पश्चिम दिशा की तरफ होना ही सबसे ज्यादा शुभ होता है।

किस तरफ न करें मुख

घर की उत्तर-पूर्व दिशा में भगवान का मंदिर और दक्षिण-पश्चिम दिशा की तरफ मुख होने से सकारात्मकता का प्रवाह बहुत अच्छी मात्रा में होता है।

सकारात्मकता का प्रवाह

यदि आप घर में मंदिर और मूर्ति स्थापना की जगह और दिशा वास्तु के अनुसार निर्धारित करेंगे तो आपके जीवन में सदैव सुख-समृद्धि बनी रहेगी।

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