देवउठनी एकादशी के व्रत के फायदे

Deepak Kumar Saini - Vastu & Geopathy Coach & Expert

देवउठनी एकादशी

दोस्तों आज हम आपको बताएँगे कि देवउठनी एकादशी के व्रत रखने से क्या फायदे होते हैं?

हिंदू पचांग

हिंदू पचांग के अनुसार कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को ही देवउठनी एकादशी के नाम से ही जाना जाता है।

अंग्रेजी पचांग

अंग्रेजी पचांग के अनुसार देवउठनी एकादशी 2024 में 12 नवंबर मंगलवार के दिन है।

योग निद्रा

देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु जी को योग निद्रा से 4  महीने बाद घंटा, शंख, मृदंग व मांगलिक ध्वनियों के इस्तेमाल से उठाया जाता है।

भगवान विष्णु जी

देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु जी को "उठो देवा बैठो देवा" कहकर उठाया जाता है।

फलों का भोग लगाएँ

देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने के साथ-साथ अनेक प्रकार के फलों का भोग लगाना चाहिए।

दिव्य फल

देवउठनी एकादशी के दिन व्रत रखने से दिव्य फलों की प्राप्ति होती है।

संकीर्तन करना

देवउठनी एकादशी के दिन रात भर जागकर हरि का नाम संकीर्तन करने से भगवान विष्णु जी अत्यंत प्रसन्न होते हैं।

मांगलिक कार्य

देवउठनी एकादशी के दिन सभी मांगलिक व शुभ कार्यों जैसे कि शादी और सगाई आदि की शुरुआत हो जाती है।

प्रबोधिनी एकादशी  

देवउठनी एकादशी को प्रबोधिनी एकादशी भी कहते है इसका व्रत करने से 1000 अश्वमेघ यज्ञ का फल मिलता है।

एकादशी का व्रत

मान्यताओं के अनुसार देवउठनी एकादशी का व्रत करने से सभी पाप भस्म हो जाते हैं तथा व्रती मरणोपरांत वैकुण्ठ जाता है।

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