शरद नवरात्रि: कात्यायनी माता कौन हैं?

Deepak Kumar Saini - Vastu & Geopathy Coach & Expert

कात्यायनी माता

दोस्तों आज हम आपको बताएँगे कि शरद नवरात्रि के छठे दिन पूजे जाने वाली कात्यायनी माता कौन हैं?

कात्यायनी माता जी के अन्य नाम

संस्कृत शब्दकोश में उमा, गौरी, काली, हेमावती व ईश्वरी माता कात्यायनी के अन्य नाम हैं।  

नौ रूप

कात्यायनी माता दुर्गा जी के नौ रूपों की छठवीं स्वरुप हैं।

लाल रंग

परम्परागत रूप से देवी दुर्गा जी की तरह कात्यायनी माता भी लाल रंग से जुड़ी हुई हैं।

तीनों देवताओं

भगवान ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों देवताओं ने अपने-अपने तेज़ का अंश देकर महिषासुर के विनाश के लिए कात्यायनी माता को उत्पन्न किया था।

चमकीला और भास्वर

कात्यायनी माता का स्वरुप अत्यंत चमकीला और भास्वर है।

अमोघ फलदायिनी

कात्यायनी माता अमोघ फलदायिनी भी हैं।

चार भुजा  

कात्यायनी माता के चार भुजाओं में अभयमुद्रा, वरमुद्रा, तलवार तथा कमल का फूल सुशोभित है। 

मनवांछित फल

जो बालक-बालिका कात्यायनी माता का ध्यान, पूजा-पाठ करते है उन्हें मनवांछित फल   प्राप्त होता है।

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