रामा और श्यामा तुलसी में क्या है फर्क?

दोस्तों आज हम आपको बताएँगे कि रामा और श्यामा तुलसी के पौधे में क्या फर्क होता है तथा कौन सी तुलसी लगानी चाहिए?

रामा और श्यामा

दोस्तों आपने कई घरों में 2 तरह के तुलसी जी के पौधे लगे देखे होंगे जिनमें से एक हरे रंग का पौधा होता है तथा एक थोड़ा सा बैंगनी रंग का होता है। 

2 प्रकार के पौधे 

ऐसा माना जाता है कि हरे रंग की तुलसी को रामा तुलसी और बैंगनी रंग की तुलसी को श्यामा तुलसी के नाम से जाना जाता है। 

पौधों का रंग

अक्सर लोगों का यह सवाल होता है कि हमें घर में कौन सी तुलसी लगानी चाहिए जिससे हमारे घर में सुख, शांति और समृद्धि हमेशा बनी रहे?

कौन-सी तुलसी लगाएँ?

मान्यताओं के अनुसार रामा तुलसी को घर में लगाने से सारे कष्ट दूर होते हैं और सुख, समृद्धि और खुशहाली हमारे घरों में बढ़ती है।

रामा तुलसी 

आयुर्वेद के मुताबिक श्यामा तुलसी के पौधे और पत्तों को ज्यादातर आयुर्वेद में औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

श्यामा तुलसी

लोक कथाओं के तहत घर में रामा तुलसी लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है लेकिन आयुर्वेदिक गुणों के कारण घर में श्यामा तुलसी भी लगा सकते हैं।

दोनों तुलसी के पौधे 

रामा और श्यामा तुलसी के पौधों को आप अपने किसी भी परिसर में लगा सकते हैं क्योंकि दोनों ही तुलसी को पूजनीय माना जाता है।

पूजनीय पौधे 

रामा तुलसी भी लगा सकते हैं और श्यामा तुलसी भी लगा सकते हैं या फिर आप चाहे तो दोनों तुलसी को भी लगा सकते हैं।

तुलसी का चयन 

वास्तु शास्त्र के हिसाब से रामा और श्यामा दोनों तुलसी के पौधों को किसी भी परिसर की उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में रखना अत्यंत लाभकारी होता है। 

वास्तु शास्त्र

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